यह कहानी है एक छोटे से गांव के दो जवानों की, राजेश और सिमा की। गांव में जब से सिमा आई थी, उसकी आंखों में राजेश के प्रति एक खास बात हो गई थी। वह उसके साथ समय बिताने के लिए तरसती रहती थी, और राजेश भी उसके साथ समय बिताने का इंतजार करता था।
गांव में सभी लोग इन दोनों के प्यार के बारे में बात करते थे, लेकिन राजेश और सिमा खुद इस बारे में कुछ नहीं कहते थे। वे एक-दूसरे के साथ बिताए जाने वाले सुखद पलों का आनंद लेते थे, जैसे कि सूरज की आधी रात में चलती छवि के साथ समुंदर किनारे पर सेर में साथ बिताना, या गांव के छोटे से मंदिर में साथ पूजा करना।
एक दिन, गांव में एक मेला आया और राजेश ने सिमा को मेले पर जाने के लिए बुलाया। वह दोनों रात के मेले का आनंद लेते हुए चले गए और वहां रोमांटिक रात बिताई। तारों के नीचे उन्होंने एक-दूसरे के साथ बिताए वो पल उनके लिए यादगार रहे।
मेले के बाद, उनका प्यार और भी गहरा हो गया। वे एक-दूसरे के साथ हर पल बिताने की ख्वाहिश करने लगे और एक-दूसरे के साथ अपनी बातें साझा करने लगे।
गांव में बड़ा ही जलसा हुआ था क्योंकि सब लोग जान चुके थे कि राजेश और सिमा एक-दूसरे से कितना प्यार करते हैं। लेकिन राजेश और सिमा को अपने प्यार को अब और भी मजबूत बनाने का समय आ गया था।
एक दिन, राजेश ने सिमा से कहा, “सिमा, मैं तुमसे अपना पूरा जीवन बिताना चाहता हूँ। क्या तुम मेरे साथ अपना जीवन बिताने का इरादा रखती हो?”
सिमा ने खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया और कहा, “हां, राजेश, मैं भी तुमसे प्यार करती हूँ और मैं तुमारे साथ अपना जीवन बिताना चाहती हूँ।”
इसके बाद, वे गांव के मुख्य मंदिर में अपना विवाह कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाएं। उनका विवाह एक बड़े ही धूमधाम से मनाया गया और सभी गांववाले उनके इस नए जीवन की शुरुआत की खुशी में शामिल हो गए।
राजेश और सिमा की